भाषा पराई सोच पराई..
परजीवी पक्ष है मेरा सहयोगी दलों से है सगाई
बीजेपी संघ से नही भारतीय संघराज्य से लडाई
इटली से लाया नेतृत्व संदिग्ध इनकी नागरिकता
पॅलेस्टाईन बॅग संसद में साथ कॅनडा का देता
हिंडेनबर्ग पर भरोसा सोरोस से है मित्रता
बांगलादेश हिंदू अत्याचार पर चुप्पी जो बनाई…
प्राणप्रतिष्ठान निमंत्रण क्या राम तो काल्पनिक
क्या अभयमुद्रा क्या संसद गरिमा उडाया मजाक
तुकडे गॅंग का साथ फिर भी हिंदू है हिंसक
हिंदू मंदिर पर नियंत्रण वक्फ को छूट दिलाई…
ना जाने स्वदेशी क्या है ना देश आत्मनिर्भर
सैनिक सन्मान कहां कौन वैज्ञानिक कौन डॉक्टर
बुराईया गिनाते देश की विदेशों मे जाकर
संविधान सर पर फिर भाषा पराई सोच पराई…