मोदी हारता नही
मोदी हारता नही चाहे लगाओ दम जितना है
विकसित भारत एक लक्ष्य यही तो सपना है
सदियों से चले कितने विदेशी आक्रमण
भग्न संस्कृती अवशेष खोया वैभव धन
देखी मातृभूमी के कितने बार विच्छेदन
पीडा है मन की गहन यह अधूरी वेदना है
मिटानी है हमारे अंदर कमिया बुराईया
जातपात जंजिरे तोडो हटाओ मन की दुरिया
ना रहे कोई विषमता ना कोई मजबूरिया
समरसता पथ पर आज अविरत चलना है
मोदीं ना व्यक्ती है ना कोई एक संघटन
स्वार्थ जोडतोड से ना बना गठबंधन
आशा मानवता की मातृभूमी का या वंदन
यही भारत मा रूप यही राष्ट्र की चेतना है