कन्हैया की यशोदामैया हूॅं मैं
यज्ञतेजस्विनी द्रौपदी भी हॅूं मैं
क्रुष्णसखी मुग्ध राधा हूं मैं
प्रेमरस पूर्ण मीरा भी हूॅं मैं ।
शिव आराघना करती पार्वती हूँ मैं
साज श्रुंगार मूर्त रति हूं मैं
चामुंडी चंडिका असुर मर्दिनी हूं मैं
कामधेनु वत्सल नंदिनी हूं मैं
वीरांगना स्वातंत्र्य लक्ष्नी हूं मैं
सावित्री स्त्री शिक्षिका हूं मैं
गान सम्राज्ञी स्वर लता हूं मैं
खेल रत्न साक्षी सिंधु हूं मैं ।
विविध रुप धारण करती
स्रुष्टि की निर्माती हूं मैं
धरोहर अव्याहत चलानेवाली
प्रुथ्वी की गती हूं मैं ।
जब लेती हूं मैं जन्म
कर लो मेरा स्वागत
शिक्षा मुझे प्राप्त हो
सुखी रहेगा परिवार जगत
यावर आपले मत नोंदवा