स्वामी है राम है देव है
अब क्रुष्णा भी साथ है
मनोहर रुप निखर आया
योगी आदित्य ही नाथ है ।
शिव के राज में तो
उमा ही भारती है
राम लल्ला के हक साथ
गंगा जमना की आरती है ।
देवेंद्र नरेंद्र त्रिवेंद्र देखकर
देवता भी हैरान है
जाये तो जाये कहा
स्वर्ग से जादा अब
वसुुंधरा का ही गान है ।
यावर आपले मत नोंदवा